मानव सभ्यता को चमगादड़ों से 2 बड़े फायदे होने वाले हैं! 2 Big Benefits from Bats


चमगादड़ से मानव जीवन को क्या फायदा हो सकता है! और मानव जीवन पर वायरस का दुष्प्रभाव!


क्या आपको पता है, कि इस दुनिया में सबसे अधिक इम्यूनिटी रोग प्रतिरोधक क्षमता किस जानवर की होती है! दोस्तों यह जानवर है,"चमगादड़"!

चमगादड़ के बारे में बहुत सारी बुरी भ्रांतियां और नकारात्मक मान्यताएं हैं,जिनमें से कुछ सच भी हो सकती हैं! लेकिन आज हम इस जीव के बारे में कुछ विशेष बातों को जानेंगे और उसके अलावा हम यह भी जानेंगे कि मानव जीवन के लिए चमगादड़ के इम्यून सिस्टम से क्या ताकत और शक्ति मिल सकती है!जो जीवन को बेहतर रोग प्रतिरोधक और सुरक्षित बना सके,


इस पिछले 18 महीनों में हमने कोरोनावायरस, कॉविड 19 से बहुत सारी समस्याओं का सामना किया है!लेकिन जो वायरस हम  इंसानों के लिए इतना खतरनाक है !वह इस जानवर पर क्यों असर नहीं करता इसका राज है! चमगादड़ के जिनोम सीक्वेंसिंग या कहें कि, इसकी जेनेटिक संरचना चमगादड़ का जिनोम सीक्वेंसिंग  इतना बेहतरीन है,कि उसे खतरनाक से खतरनाक वायरस प्रभावित नहीं कर सकता, वह बीमार नहीं हो सकता,अपनी इसी गुणवत्ता के कारण चमगादड़ बहुत लंबे समय तक जीते हैं,कहा जाता है कि जो स्तनपाई जानवर होते है,उसमें से हाथी इतना भारी होने के बावजूद भी 70-75 साल तक जीता है, लेकिन चमगादड़ सिर्फ 10 ग्राम का होता है, और वह 40 साल तक जीता है !और इतने लंबे समय के जीवन में  वह अपने आप को स्वस्थ रख पाता है! और बहुत लंबे समय तक बच्चे पैदा कर सकता है!


चमगादड़ संक्रमण कैसे फैला सकते हैं? आम धारणा!


चमगादड़ से इंसान बहुत डरते हैं, इसकी छवि इंसानों में अच्छी नहीं है,कुछ लोग तो यहां तक मानते हैं कि चमगादड़ों के पास से गुजरने से बीमार हो सकते हैं, या उड़ते हुए चमगादड़ों उनपर व उन के खाने पर अपनी लार गिरा सकते हैं,जिसके कारण वे किसी वायरस इनफेक्टेड हो सकते हैं !


ये जानवर कभी किसी इंसान को जानबूझकर नहीं काटता यह तभी काटता है! जब इसे कोई छेड़ता है,या इसे छूने की कोशिश करता है,क्योंकि यह इससे अपनी सुरक्षा में खतरा महसूस करता है!


चमगादड़ पर शोध में अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं को क्या जानकारी प्राप्त हुई है!


एक अंतरराष्ट्रीय अनुसंधान संस्थान ने चमगादड़ों के जीनोम सीक्वेंस का गहन अध्ययन किया और उन्होंने पाया कि इस जीव के अंदर ऐसी अपार क्षमताएं छुपी हुई है, जिससे कि इंसानों के बूढ़े होने की गति को धीमा किया जा सकता है,और साथ ही इंसानों के बीमार होने के खतरे को भी कम किया जा सकता है, यहां तक भी संभव है, कि इससे कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों का इलाज भी संभव हो सकता है!


चमगादड़ पर कौन सी खोज और रिसर्च हो रही है!


वैज्ञानिकों ने  इस जीव के जेनेटिक संरचना के अंदर आश्चर्यचकित करने वाले प्रभाव देखे हैं! इस के शरीर में ऐसे जीन पाए जाते हैं! जिनमें एंटीवायरल शक्ति होती है, एव यह जीन चमगादड़ो के शरीर में वायरस को फैलने से रोकता है, व इनके जेनेटिक सिस्टम में इन्फ्लेमेशन पैदा करने वाले जीन पूरी तरीके से समाप्त हो गए हैं,जिसके कारण इनकी इम्यून सिस्टम में बहुत ही शक्तिशाली परिवर्तन हुआ है, इससे यह गंभीर से गंभीर वायरस से बीमार नहीं होंगे, कोई भी वायरस इन्हें बीमार नहीं कर सकता तो जरा सोचिए, इस जीव के जिनोम सीक्वेंस और जेनेटिक संजना का अध्ययन करके मानव सभ्यता के लिए क्या कुछ हम अच्छा कर सकते हैं!


चमगादड़ से क्या लाभ हो सकता है


जहां इस जीव को इंसानों में खतरनाक वायरस का संक्रमण फैलाने के लिए बुरी दृष्टि से देखा जाने लगा है!वहीं दूसरी और इसका सकारात्मक पहलू देखें तो यह जीव मानव सभ्यता के इतिहास में बीमारियों से लड़ने के लिए और जीवन को और अधिक बेहतर बनाने के लिए, हमें नया दृष्टिकोण दे सकते हैं!





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